बाबा नगरी देवघर में भी तीसरी सोमवारी पर श्रद्धालुओं की कतार कई किलोमीटर लम्बी हो गयी है। राजकीय श्रावणी मेले में आज भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा है।
सावन का महीना भगवान् का शिव का महीना माना जाता है,,, और जब बात सावन की सोमवारी की हो तो आध्यात्मिक रूप से इस दिन का महत्व भी काफी बढ़ जाता है,,,
कथाओ के मुताबिक सावन के महीने में हर सोमवारी को समुद्र मंथन में कुछ बहुमूल्य रत्न और चीजें मिली थी,,, कहा जाता है तीसरी सोमवारी को कोस्तुव मणि निकली थी लक्ष्मी और कौस्तुव मणि भगवान बिष्णु के के पास रहता है कहा जाता है की ये भक्तों को ऐश्वर्य धन और सुख शांति प्रदान करता है,,, इस लिए सोमवार को शिवालयों में भक्तो की भीड़ उमड़ पड़ती है,,,
बाबानगरी देवघर में भक्तो की अटूट आस्था है वैसे तो सालों भर भक्त यहाँ जलार्पण के लिए दूर दराज से पहुंचते है लेकिन सावन की सोमवारी पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ता है,,, आज सुबह सवेरे से ही भक्तो की भारी भीड़ बाबाधाम में देखी जा रही है,,, एक अनुमान के मुताबिक़ आज लगभग तीन लाख कावरियो के जलार्पण करने की उम्मीद है स बाइट जय वैद्यनाथ बाबा मंदिर पुरोहित बाइट राकेश झा , पुजारी बाबा बैद्यनाथ ( रजनीगंधा माला) वीओ ३- देवघर डीसी विशाल सागर ने बताया कि आस्था के उमड़ते सैलाब को देखते हुए प्रशासन ने तीसरी सोमवारी के लिए भी पुख्ता व्यवस्था की है,,,,देवघर बाबा मंदिर में दर्शन के लिए रविवार को देर रात से ही कतार लंबी हो गई थी देवघर बाबा और घर के माध्यम से सुबह 3रू50 पर मंदिर का पाठ आम भक्तों के लिए खोला गया और उसके बाद जलार्पण शुरू हुआ/
देवघर डीसी विशाला सागर फाइनल वीओ– सावन के पूरे महीने कांवरिया भक्तो की भीड़ तमाम शिवालयों में नज़र आती है लेकिन बाबानगरी देवघर की अपनी महत्ता है लाखों कांवरिये हर दिन यहाँ बाबा का जलाभिषेक करते हैं