चंद्रिका का जीवन फिर से मुस्कुराया’
बेमेतरा, 03 दिसंबर 2024
छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के छोटे से गाँव जांता के निवासी 60 वर्षीय चंद्रिका चंद्राकर एक साधारण किसान हैं, जो अपनी धर्मपत्नी के साथ रहते हैं। उनका जीवन कठिनाइयों से भरा रहा है। कभी मजदूरी करके जीवन-यापन करने वाले चंद्रिका एक एकड़ से भी कम जमीन पर खेती करके अपना जीवन चला रहे हैं।
कुछ समय पहले, चंद्रिका को दिल से संबंधित गंभीर बीमारी हो गई। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वह इलाज करवाने में असमर्थ थे। यह समस्या उनके लिए जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष जैसी थी। उनकी बीमारी न केवल उनके शरीर को कमजोर कर रही थी बल्कि उनके परिवार की उम्मीदों को भी धूमिल कर रही थी।
इसी दौरान, चंद्रिका को मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के बारे में जानकारी मिली। यह जानकारी उन्हें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय, बेमेतरा से प्राप्त हुई। उन्होंने तुरंत इस योजना के अंतर्गत आवेदन किया। योजना के तहत उन्हें ₹9.52 लाख की सहायता राशि स्वीकृत की गई। इस आर्थिक सहायता से चंद्रिका ने रायपुर के मेडिकल कॉलेज में अपनी सर्जरी और इलाज करवाया।
इलाज सफल रहा, और आज चंद्रिका चंद्राकर पूरी तरह स्वस्थ हैं। उनका कहना हैरू“यदि यह योजना नहीं होती, तो मैं अपना इलाज नहीं करवा पाता। मेरी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि मैं इतने बड़े खर्च को वहन कर सकूं। मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना ने न केवल मेरी जान बचाई, बल्कि मुझे और मेरे परिवार को नई जिंदगी दी है।”
आज, चंद्रिका अपने जीवन को नए सिरे से जी रहे हैं। खेती के कार्य में पूरी तरह सक्रिय रहते हैं और अपने गाँव में योजना की सफलता की मिसाल बन गए हैं। उनकी कहानी अन्य जरूरतमंद लोगों के लिए प्रेरणा है, जो यह संदेश देती है कि सही समय पर मिली सरकारी सहायता से जीवन में कठिन से कठिन परिस्थिति का समाधान संभव है।
चंद्रिका चंद्राकर ; उम्मीद और पुनर्जीवन का प्रतीक
मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना ने न केवल उनके जीवन को बचाया, बल्कि यह भी सिद्ध किया कि सरकार की योजनाएँ जरूरतमंदों के जीवन को बेहतर बना सकती हैं।
मालूम हो कि छत्तीसगढ़ राज्य के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने तथा दुर्लभ बीमारियों के इलाज में होने वाले व्यय से बचाने हेतु राज्य शासन द्वारा संजीवनी सहायता कोष का विस्तार करते हुये मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना प्रारंम्भ करने का निर्णय लिया गया है। इस योजना के अंतर्गत चिन्हित दुर्लभ बीमारियों के लिए राज्य के पात्र परिवारों को अधिकतम 25 लाख रूपए तक के इलाज की सुविधा प्रदान की जाएगी। छत्तीसगढ़ ऐसा पहला राज्य है, जो इतनी बड़ी राशि अपने राज्य के नागरिकों के इलाज हेतु प्रदान कर रहा है, जिससे स्वस्थ एवं बेहतर छत्तीसगढ़ का निर्माण किया जा सके।