श्री शांतनु ठाकुर 12 फरवरी 2024 को माइया अंतर्देशीय आयात-निर्यात बंदरगाह से पहले प्रायोगिक मालवाहक जहाजों को हरी झंडी दिखाएंगे
माइया (आईबीपी मार्ग) से अरिचा होते हुए धुबरी (राष्ट्रीय जलमार्ग-2) तक जलमार्ग मार्ग से लगभग 930 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी
छोटे-छोटे पत्थरों एवं गिट्टियों को ले जाने वाले जहाज को माइया अंतर्देशीय आयात-निर्यात बंदरगाह से हरी झंडी दिखाई जाएगी
भारत और बांग्लादेश के बीच संबंध पिछले कुछ वर्षों में राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक एवं रणनीतिक संबंधों सहित विभिन्न क्षेत्रों में विकसित हुए हैं। अब, भारत तथा बांग्लादेश के बीच व्यापार एवं सड़क संपर्क सुविधा को बढ़ावा देने के लिए भारत में माइया बंदरगाह और बांग्लादेश के सुल्तानगंज बंदरगाह के बीच इंडो-बांग्लादेश प्रोटोकॉल (आईबीपी) रूट संख्या 5 व 6 पर जहाजों का पहला जत्था प्रायोगिक तौर पर 12 फरवरी, 2024 को रवाना होने वाला है। पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय में राज्य मंत्री श्री शांतनु ठाकुर जहाजों को सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर पश्चिम बंगाल के माइया अंतर्देशीय आयात-निर्यात बंदरगाह से हरी झंडी दिखाएंगे। यह विकास माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार की एक्ट ईस्ट नीति के अनुरूप है।
माइया (आईबीपी मार्ग) से अरिचा के माध्यम से धुबरी (राष्ट्रीय जलमार्ग-2) तक जलमार्ग मार्ग धुलियान-माइया-कोलकाता-आईबीपी-धुबरी से मौजूदा जलमार्ग मार्ग की तुलना में लगभग 930 किलोमीटर की दूरी कम कर देगा। इस पहल से, बांग्लादेश को 2.6 एमटीपीए निर्यात कार्गो सड़क से जलमार्ग पर स्थानांतरित होने की उम्मीद है।
मालवाहक जहाजों के ठहरने के लिए भारत में पोर्ट ऑफ कॉल माइया और बांग्लादेश में पोर्ट ऑफ कॉल सुल्तानगंज के बीच नदी की दूरी 16 किलोमीटर है, जिसमें से 4.5 किलोमीटर जलमार्ग भारत में है और शेष 11.5 किलोमीटर बांग्लादेश में है।
हरी झंडी दिखाए जाने के कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल सरकार के परिवहन एवं राज्य परिवहन मंत्रियों के साथ-साथ जंगीपुर लोकसभा क्षेत्र के संसद सदस्य और रघुनाथगंज तथा लालगोला विधानसभा क्षेत्रों से राज्य विधानमंडल के सदस्यों के साथ-साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहेंगे।
पृष्ठभूमि
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री महामहिम शेख हसीना ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के निमंत्रण पर 05-08 सितंबर 2022 तक भारत की राजकीय यात्रा की थी। इस दौरान, दोनों नेता दोनों देशों के बीच सीधे शिपिंग लिंक का तेजी से पता लगाने पर भी सहमत हुए। दोनों नेताओं ने अंतर्देशीय जल पारगमन एवं व्यापार (पीआईडब्ल्यूटीटी) मार्ग 5 व 6 (धुलियान से राजशाही-अरिचा तक विस्तार) और 9 तथा 10 (दाउदकांडी से सोनामुरा) पर प्रोटोकॉल के तहत नदी सेवाएं शुरू करने के निर्णय को लागू करने पर भी सहमति व्यक्त की है।